क्या होते हैं पर्वत

पर्वत उस श्रेणी अथवा उच्च स्थान को कहते हैं जिसका ढाल तीव्र हो तथा 600 मीटर से अधिक उंचा हो और उसका शिखर संकुचित हो।  
सैनिसबरी ने बताया कि पर्वत स्थल के ऐसे समूह हैं जो अपनी पर्याप्त उफंचाई के कारण अपने आस पडोस की अपेक्षा अत्यन्त स्पष्ट होते है, परन्तु उनके शीर्ष पर तलंका विस्तार अधिक नहीं होता हैं। 
संकीर्ण तथा उंची पहाडियों के सिलसिले को पर्वत कटक कहते हैं।  
पहाडों तथा पहाडियों के क्रम को पर्वत श्रेणियां कहते हैं।  
एक ही युग में निर्मित विभिन्न पर्वत श्रेणियों के समूह को पर्वत तंत्र कहते हैं। 
पर्वत वर्ग के समूह को पर्वत समूह या पर्वत प्रदेश कहते है। जो कि विभिन्न पर्वत तंत्रों का समूह होता है। इसे कार्डिलरा भी कहा जाता हैं।  
समस्त पृथ्वी के 14 प्रतिशत भाग पर पहाडियां तथा 12प्रतिशत भाग पर पर्वत श्रृंखला पायी जाती हैं।
उंचाई के अनुसार पर्वतों केा चार वर्गो में विभाजित किया जाता हैं।  
निम्न पर्वत - इन पर्वतों की उंचाई 1000 मीटर तक होती हैं।
कम उंचे पर्वत - इन पर्वतों की उंचाई 1000-1500 मीटर तक होती हैं। 
घर्षित पर्वत - इन पर्वतों की उंचाई 1500-2000 मीटर तक होती हैं।
उंचे पर्वत - इन पर्वतों की उंचाई 2000 मीटर से अधिक होती हैं।