हरदा की रायता पार्टी

धरातलीय राजनीतिज्ञ में एक नाम जो हमेशा लिया जाता है वह है हरीश रावत। कभी-कभी अतिमहत्वकांक्षा आदमी से गलत निर्णय करवा देती है परंतु फितरत गलत नहीं होनी चाहिए। हरीश रावत जी का लाख विरोध हो पर बावजूद इसके वो खुद के बारे में लोगों की की राय बदलने में सक्षम हैं। शायद इसीलिए ही हर बार कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं जिससे वो चर्चा में बने रहें।
आज देहरादून के एक वेडिंग प्वाइंट में पहाड़ी उत्पादों को लेकर उनकी पार्टी इसी का एक हिस्सा है। लाख दोष निकाल लो पर इतना तय है कि यह एक अच्छी पहल है जिससे पहाड़ी उत्पादों को एक नई पहचान मिल रही है।
बस दर्द इतनाभर है कि पहाड़ी आदमी सीट पर रहते ऐसा कोई काम नहीं करता कि जो एक मिशाल बन सके पर जैसे ही वो बेकुर्सी होता है उसे एक से बढ़कर एक आइडिया आते हैं और फिर वह लग जाता है उन्हें अमली जामा पहनाने।
खैर, आलोचना क्या करना है यह एक अच्छी पहल है और हम उम्मीद करते हैं कि हरीश रावत जी अपनी इस पहल को बड़े स्तर पर ऐसे ही आयोजित करते रहें और हम भी पहाड़ी खीरे, मुंगरी, रायता और पकौडियों का स्वाद लेते रहें।