कौन है बड़ा

पैसा आज की मूलभूत जरूरत है या यूं कहें कि सबकुछ है। इसलिए तो कहा गया है बाप बड़ा न भैय्या सबसे बड़ा रूपया।
जहां पैसों की बात आती है हर किसी के कान खड़े हो जाते हैं। सारी दुनिया इसके लिए पागल है, एक शार्टकट का इंतजार कर रहे हैं ताकि एक ही दिन में अमीर बन जाएं। कई तो इस सपने के चक्कर में शार्टकट अपनाने से भी नहीं कतराते।
आखिर यह भागमभाग किसलिए। इतनी आपाधापी मचा कर कुछ नहीं हासिल होने वाला।
ठीक है पैसा आज की जरूरत बेशक है पर सबकुछ नहीं है। पैसे के पीछे मत भागीए।
पैसा कमाइए पर उसके साथ-साथ घर परिवार को भी तव्वजो देते रहिए। कहीं ऐसा न हो कि पैसा पैसा करते रहो घर से बेघर हो जाओ।
एक प्लानिंग के साथ स्पष्ट उद्देश्य रखते हुए ईमानदारी से चलते जाइए मंजिल भी मिलेगी और मन भी संतुष्ट रहेगा।
परिवार से बड़ा कोई धन नहीं है। जरुरत है उस धन को संजोए रखने कि। जितना आप परिवार रूपी धन को समय देंगे वह आपके लिए हमेशा फायदे का सौदा बनकर सहयोग और सुरक्षा प्रदान करेगा।
इसलिए न ऐ बड़ा न वो बड़ा सिर्फ परिवार बड़ा।