आइए जानें चट्टानों को  

पृथ्वी की पपडी के पदार्थो को चट्टान कहते हैं। 
चट्टान खनिजों एंव तत्वों का संयोजित रूप है, जो कठोर या मुलायम किसी भी रूप मंे हो सकता हैं। प्रवेश्य तथा अप्रवेश्य भी हो सकती हैं।
पपडी के शैलों की रचना लगभग 2000 खनिजों से हुई हैं। इनमंें से 6 खनिजों का अंश अध्कि रहता है फेल्सपार, क्वाटर््स, पायरोक्सीन्स, एम्पफीबोल्स, अभ्रक तथा ओलिवीन मुख्य खनिज हैं। 
लोबेक के अनुसार - शैल अपने पर्यावरण का प्रतिफल होती हैं। जब पर्यावरण विशेष बदलता हैं तो शैल (चट्टान) भी बदल जाती हैं।
पृथ्वी की सतह पर सर्वाध्कि मात्रा में मिलने वाला तत्व आॅक्सीजन हैं। 
साधरण रूप से शैलों की रचना दो रूपों में होती हैं - पपडी के उपर तथा भूपृष्ठ के नीचे। 
चट्टानों को बनावट की प्रक्रिया के आधर पर तीन प्रमुख वर्गो में बांटा गया हैं - आग्नेय, अवसादी तथा रूपान्तरित। 
सामान्य आधर पर चट्टान को दो वर्गो रवेदार तथा ढेरयुक्त शैलों में बांटा गया हैं। रवेदार शैलों में आग्नेय शैल, रूपान्तरित शैल तथा ढेरयुक्त शैलों में अवसादी शैल हैं। 
आग्नेय शैल की रचना ध्रातल के नीचे स्थित तप्त एंव तरल मैग्मा के शीतल होने के परिणामस्वरूप उसके ठोस हो जाने पर होती हैं। 
पृथ्वी की शीतल होने के पश्चात् सर्वप्रथम आग्नेय शैल का ही निर्माण हुआ था इसलिए आग्नेय शैल को प्राथमिक शैल भी कहा जाता हैं।