उत्तराखंड को जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाषावाद में बांटते चाहे नेता हों या अधिकारी सब अपने स्वार्थ के लिए! तुम्हारी जयकर वही करते हैं जो तलवे चाट रहे हैं वर्ना जातिवाद के आधार पर बांटने वालों की औकात की क्या है? अजय भट्ट जी जरा जुबां पर नियंत्रण रखना सीखीए । अगर आम आदमी आज भाजपा के साथ चल रहा है तो आप जैसे नेताओं की वजह से नहीं चल रहा है बल्कि मोदी जी की वजह से जुड़ा हुआ है ।
भाजपा के एक आद विधायक और भी हैं जो गांव समाज को अपने व्यक्तिगत लालच में बांटने पर उतारू हैं। उन्हें भी सलाह है सुधर जाइए अगर जनता ने सुधारा तो खड़े नहीं रह पाओगे
अजय भट्ट सुधरे या नहीं