बड़े अधिकारियों के बेतुके बयान

नियमों का पालन नहीं करने की परंपरा को जारी रखते हुए उत्तराखंड रोडवेज की ऋषिकेश और रुद्रपुर डिपो   की दो बसों का बिना प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र के एक-एक लाख का चालान होने पर रोडवेज का बचाव करते हुए रोडवेज के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने ऐसा तर्क दिया है कि लगता नहीं कि वे मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा सिर्फ हमारी ही बसों का चालान नहीं हुआ बल्कि यूपी, हिमाचल, राजस्थान और मध्यप्रदेश की बसों का भी चालान हुआ है। क्यों जैन साहब यूपी, हिमाचल, राजस्थान और मध्यप्रदेश की जिम्मेदारी भी आपके कंधों पर है क्या जो आप उनका तर्क दे रहे हैं। महाप्रबंधक संचालन जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठकर बचाव के ऐसे बेतुके बयान से बेहतर है आप व्यवस्था को ठीक करें। उत्तराखंड रोडवेज वैसे ही घाटे में चल रहा है ऊपर से एक-एक लाख का चालान?
आखिर प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र नहीं बनाने का क्या कारण होगा यह तो रोडवेज ही जानें? पर इतना तय है कि लापरवाही का इससे बेहतर उदाहरण कोई दूसरा नहीं हो सकता है।