कांग्रेस का दोहरा चरित्र! राज बब्बर जैसों को उत्तराखंड से राज्य सभा सांसद बनाना स्थानीय की अपमान कतई नहीं है, हरीश रावत हरिद्वार से सांसद रहे तब विरोध नहीं हुआ परंतु आज प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा निशंक जी को बाहरी बताकर क्षेत्रवाद की राजनीति कांग्रेस की संकुचित मानसिकता को जाहिर करता है ।
उत्तराखंड के स्थायी निवासी की दशा में कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है ऐसे में बाहरीवाद और भीतरवाद करना कतई शोभा नहीं देता ।
ऐसी विचारधारा का खुलकर विरोध होना चाहिए जो जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाषावाद में बांटने का प्रयास करती हो चाहे फिर भाजपा हो या कांग्रेस! अजय भट्ट हो या अम्बरीश कुमार!
इनका पूर्णतया विरोध ही इनकी अक्ल ठिकाने लाएगी।
दोहरा चरित्र