यह मेला पौड़ी गढ़वाल के डाडामण्डी में प्रतिवर्ष मकर संक्रान्ति के अवसर पर भटपुड़ी देवी के मन्दिर पर लगता है। पौष के अन्तिम दिन बौंठा गांव के लोग किसी व्यक्ति को चमड़े की बड़ी गेंद बनाने तथा गांव-गांव जाकर गेंद खेलने वालों को न्यौता देते हैं। मकर संक्रान्ति के दिन देवी और गेंद की पूजा-अर्चना कर गेंद को दोपहर तक डाडामण्डी बगड़ ले जाया जाता है। गेंद के मैदान में पहुंचते ही उसके लिए छीना-झपटी शुरू हो जाती है। जो पक्ष गेंद छीनने में विजयी होता है वह बड़े हर्षोल्लास के साथ नाचते-कूदते हुए गेंद को अपने गांव ले जाता है।
गिन्दी मेला