गांधी जी के आमरण अनशन के पफलस्वरूप गांधी जी व अम्बेडकर के मध्य पूना समझौता हुआ तथा पृथक् निर्वाचन प्रणाली का समापन हुआ और हरिजनों को 71 के स्थान पर 147 स्थान आरक्षित किए गए तथा केन्द्रीय विधायिका में उनके लिए 18 स्थान आरक्षित किए गए।
नवम्बर 1932 में लंदन में तीसरा गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया।
तीनों गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने वाले एकमात्रा व्यक्ति डाॅ0 बी0 आर0 अम्बेडकर थे।
1932 में सविनय अवज्ञा आन्दोलन पुनः प्रारम्भ कर दिया गया।
1934 में सविनय अवज्ञा आन्दोलन समाप्त घोषित कर दिया गया।
1934 में जय प्रकाश नारायण व आचार्य नरेन्द्र देव ने बम्बई में कांग्रेस समाजवादी पार्टी की स्थापना की गई। 1934 में ही गांधी जी ने कांग्रेस से इस्तीपफा दे दिया।
1937 में प्रांतीय चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस को बड़ी सपफलता मिली। कांग्रेस ने मद्रास, मध्य प्रांत, उड़ीसा, बिहार व संयुक्त प्रांत में पूर्ण बहुमत मिला, बम्बई में यह सबसे बड़े दल के रूप में उभरा तथा पश्चिमोत्तर प्रांत व असम में उन्होंनें संयुक्त सरकार बनाई।
मुस्लिम लीग को सिंध में बहुमत प्राप्त हुआ तथा पंजाब मंे यूनियनिस्ट पार्टी व बंगाल में कृषक प्रजा पार्टी की सहायता से लीग की सरकार बनी।
गोलमेज सम्मेलन