केदारनाथ, शिवजी के बारह ज्योतिर्लिंगों में से ग्याहरवां श्रेष्ठ ज्योतिर्लिंग माना जाता है। 'हिमालये तु केदार' के अनुसार केदारनाथ, हिमालय के सभी तीर्थों में श्रेष्ठ है। केदारनाथ मंदिर गढ़वाल हिमालय के श्रेष्ठ प्राचीनतम विशाल एवं भव्य मंदिरों में प्रसि( है। केदारनाथ में भगवान शिव की पीठ ;पृष्ठ भागद्ध का विग्रह है।
किंवदंती है कि जबसे विष्णु भगवान का इस क्षेत्रा में पदार्पण हुआ, तबसे 'केदारखंड' के अंतर्गत 'बद्रिकाश्रम-वैष्णव खंड' भी परम पावन तीर्थ बन गया। अतः धार्मिक परंपरानुसार श्र(ालु यात्राी पहले आदि केदारनाथ के दर्शन कर तब बद्रीनाथ के दर्शनार्थ जाते हैं। पुराणों के अनुसार महाप्रलय के उपरान्त जब पुनः ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की तो सर्वप्रथम 'केदारखंड' की स्थापना हुई। एकांतप्रिय भगवान शंकर की तपस्थली केदारनाथ के विषय में पुराणों में विषद वर्णन उपलब्ध है।
ग्याहरवां श्रेष्ठ ज्योतिर्लिंग केदारनाथ