हर्यक वंश
संस्थापक - बिम्बसार, इसने वैवाहिक सम्बन्धों के द्वारा साम्राज्य विस्तार किया।
इसने अपने राजवैध जीवक को बु( की चिकित्सा हेतु भेजा।
इसके पश्चात् अजात शत्राु शासक बना उसके समय प्रथम बौ( संगीति का आयोजन किया गया।
इसके पश्चात् उदयन शासक बना उसने पाटलीपुत्रा नामक नगर की स्थापना गंगा व सोन नदियों के संगम पर किया।
हर्यक वंश को पितृहन्ता वंश कहा जाता है।
शिशुनाग वंश
शिशुनाग वंश का संस्थापक शिशुनाग था।
शिशुनाग ने वैशाली को अपनी राजधानी घोषित किया।
शिशुनाग के पश्चात् कालाशोक शासक बना, इसके समय द्वितीय बौ( संगीति का आयोजन किया गया। इसकी हत्या किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा राजधानी के बाहर कर दी गई थी।
हर्यक वंश और शिशुनाग वंश