कर्म से पहले भाग्य से ज्यादा
इन्सान को कुछ नहीं मिलता,
दुःख से पहले सुख से ज्यादा
इन्सान कुछ नहीं पा सकता,
नफरत से पहले प्यार से ज्यादा
इन्सान कुछ नहीं दे सकता,
पुण्य से पहले पाप से ज्यादा
इन्सान कुछ नहीं कर सकता,
ईमानदारी से पहले बेईमानी से ज्यादा
इन्सान कुछ नहीं कमां सकता,
सच से पहले झूठ से ज्यादा
इन्सान कुछ नहीं बोल सकता,
जमीं से पहले आसमां से ज्यादा
इन्सान कुछ नहीं देख सकता,
इसलिये खुद से पहले इन्सान से ज्यादा
ईष्वर से डरकर जीना सीखो
कर्म से पहले