देहरादून नगर से 128 किलोमीटर दूर 1100 मीटर की ऊँचाई पर पुरोला-चकराता मार्ग पर यमुना तथा रिखवाड़ नदियों के संगम पर लाखामंडल नामक प्राचीन तीर्थ है, जहाँ उत्तराखण्ड शैली का प्राचीन शिवमंदिर है। लाखामंडल के नाम से यह संकेत मिलता है कि इस स्थान पर लाखों मंडल ;मंदिर, पूजास्थलद्ध रहे होंगे। जनश्रुति है कि यहीं पर दुर्योधन ने लाख का घर ;लाक्षागृहद्ध बनाकर पांडवोें को जीवित जलाने का षड्यंत्रा किया था। कालांतर में यही स्थान लाखामंडल कहलाने लगा। शिवमंदिर की विशेषता है कि इसमें स्थित शिवलिंग में जल प्रवाहित होने पर अपना प्रतिबिंब देखा जा सकता है।
लाख का घर लाखामंडल