नकली राजधानी के नकली पार्षद

भाजपा एक तरफ महिलाओं को बराबर का अधिकार देने का ढोंग कर रही है वहीं दूसरी तरफ निर्वाचित महिला पार्षदों के बजाए उनके पति खुलेआम बोर्ड की बैठकों में शिरकत कर रहे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं है कि पत्नियों के साथ साथ पतियों को भी पार्षद का पद मिल गया होगा। यह वाक्या है  देहरादून के वार्ड 99 का जहां से निर्वाचित महिला पार्षद के स्थान पर उनके पति निगम की बोर्ड बैठकों में प्रतिभाग कर रहे हैं।  सबसे हैरान करने की बात यह है कि देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा इस बात से भलीभांति परिचित होने के बावजूद भी चुप्पी साधे हुए हैं।
अब ऐसे में महिलाओं को बराबर का अधिकार मिलेगा या नहीं यह तो समय बतायेगा पर इतना तय है कि यह व्यवस्था जब खुद सत्ता में बैठे लोग बनाएंगे तो आम आदमी की स्थिति क्या होगी यह अंदाजा लगाया जा सकता है। 
यह स्थिति उत्तराखंड की नकली राजधानी देहरादून की है तो अन्य जिलों का हाल क्या होगा भगवान् ही मालिक है।