प्रथम स्वतंत्राता सेनानी कालू महरा

उत्तराखण्ड के इस प्रथम स्वतंत्राता सेनानी का जन्म 1831 में वर्तमान चम्पावत जिले के लोहाघाट के पास स्थित विसुड़ गांव में हुआ था। 1857 के क्रांति के दौरान इन्होंने कुमाऊँ क्षेत्रा में गुप्त संगठन ;क्रांतिवीरद्ध बनाकर अंग्रेजों के खिलापफ आन्दोलन चलाया। उस समय कुमाऊँ के कमिश्नर हेनरी रैमजे थे। इनकी मृत्यु 1906 में हुई।