रुमुक

डांडयूं की चुलख्यूं माज स्वीली घाम रैगे 
धम्र्याली भूमि तपीकी सूरिज अछेगे।


  ग्वैर-घसेर बखरोला घर बौड़ी गैनी 
  म्यां-म्या करदी चिनखी गौंका बाढौ मा एैगैनी 
  गोर बाटों माज देखा धंुदकार छैगे
  डांडयू की चुलख्यूं माज स्वीली घाम रैगे 


भांडयू लेकी गुसैणी भी छान्यू मा एैगैनी 
भैंसी-थोरयू गौड़ी-बाछयूं चटण लगैनी 
चखल्वों की डार दूर बसेरो उड़िगै 
डाडयूं की चुलख्यूं माज स्वीली घाम रैगे 


  सासू मा की ब्वारी सभी पन्देरा मू एैनी 
  भांडयूं की लम्यार अगल्यारयूं मा लगैनी 
  चैंरा मा गौंका नौनौ की कछड़ी लगीगे 
  डांडयूं की चुलख्यूं माज स्वींली घाम रैगे।


यकुला घौर की ब्वारी जन्दरी लगौन्दा
क्वी चोरी-उज्याड़ेकी धार मा जैकी धै लगौन्दा 
पुजारी का मन्दिर को षंक भी बजीगे
डांडयूं की चुलख्यूं माज स्वीली घाम रैगे।


  नौना-वालों बेटी-ब्वारयूं धैई लगी गैनी,
  सैरा गौमा चुल्ला, दिया-बाती जगि गैनी 
  छज्जा का किनरा कैकी मुरली बजीगे
  डाडयंू की चुलख्यूं मांज स्वीली घाम रैगे