कामयाबी आसां नहीं होती
बिना खोए मिल नहीं पाती
मंजिल मन का सौदा है
सपनों का नहीं
जागती आंखों से
दृढ़ संकल्प से
कठिन परिश्रम से
समय के सदुपयोग से
इसे पा ले मनखी
वर्ना इक दिन तुम स्वयं एक सपना बन जाओगे
सपना बनने से पहले
कामयाबी आसां नहीं होती
बिना खोए मिल नहीं पाती
मंजिल मन का सौदा है
सपनों का नहीं
जागती आंखों से
दृढ़ संकल्प से
कठिन परिश्रम से
समय के सदुपयोग से
इसे पा ले मनखी
वर्ना इक दिन तुम स्वयं एक सपना बन जाओगे