त्रिवेन्द्र सिंह रावत माफी मांगे - हरीश रावत
गैरसैंण में एक दिवसीय उपवास के उपलक्ष्य में हरीश रावत ने उक्त बात कही। दरअसल, उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित न करने के लिए दिया गया कारण कि उनके विधायकों को ठंड लगती है के कारण पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उक्त उपवास कार्यक्रम रखा।
इस अवसर पर उपस्थित जनमानस को सम्बोधित करते हुए हरीश रावत ने कहा कि उनकी सरकार ने तिरपाल में भी विधानसभा सत्र का आयोजन किया था तब तो किसी को ठंड नहीं लगी परंतु आज जब विधानसभा भवन, मुख्यमंत्री आवास सहित दो हजार से ज्यादा लोगों के रहने के लिए व्यवस्था है तो वर्तमान भाजपा सरकार को यहां ठंड लग रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस से भाजपा में गए हुए नौ रत्नों के खून में उनके रहते बहुत गर्मी थी परंतु आज तो उन नौ रत्नों की गर्मी भी खत्म सी हो गई है।
हरीश रावत ने आगे कहा कि यहां संसाधनों की कमी नहीं है बल्कि इच्छा शक्ति की कमी है। 2022 में शत् प्रतिशत कांग्रेस की सरकार बनेगी और सबसे पहले गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाएंगे वो भी प्रदेश स्तर पर ही निर्भर रहकर। यह उन्होंने त्रिवेन्द्र सरकार की बजट की कमी के प्रतिउत्तर में दिया।
उन्होंने कहा कि गैरसैंण सिर्फ एक राजधानी बने यह उनका प्रयास नहीं है बल्कि यहां बुनियादी सुविधाओं का विकास हो, लोगों को रोजगार मिले, स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हो।
उन्होंने वहां मौजूद सभी लोगों से तब तक उपवास रखने के लिए कहा जब तक त्रिवेन्द्र सिंह रावत उत्तराखंड की जनता से गैरसैंण के मुद्दे पर माफी न मांग ले।
उपवास कार्यक्रम में मनीष खंडूरी, गणेश गोदियाल, राजेंद्र भंडारी प्रकाश जोशी आदि ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर मनीष खंडूरी, प्रकाश जोशी, राजेन्द्र भंडारी, गणेश गोदियाल, मदन बिष्ट, आशा बिष्ट, हरीश मैखूरी, कविन्द्र इष्टवाल, रघुवीर बिष्ट, हरिकृष्ण भट्ट, संग्राम सिंह पुंडिर आदि उपस्थित रहे।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत माफी मांगे - हरीश रावत