खेल सहयोग की भावना सिखाती है कविन्द्र इष्टवाल

शीतकाल का दौर, पहाड़ और क्रिकेट टूर्नामेंट आज पहाड़ की नई पहचान बनते जा रहे हैं। दुनिया क्रिकेट की दीवानी है तो फिर पहाड़ कैसे पीछे रह सकता है। पौड़ी गढ़वाल के चौबट्टाखाल में शीतकालीन कोस्को क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया जिसमें कुल चालीस टीमों ने हिस्सा लिया। दो टीमें फाईनल में पहुंची जिनमें पोखड़ा और रिंग्वाडी के बीच रोमांचक मुकाबले में पोखड़ा ने विजय हासिल की।
व्यस्तता और मोबाइल गैमिंग के चलते इस तरह के खेलों का आयोजन आज एक जरूरत बन गया है। क्योंकि खेल हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद जरूरी है।
चौबट्टाखाल में इस खेल प्रतियोगिता का आयोजन अजय सिंह चौहान के द्वारा कराया गया। फाईनल मैच में विजेता और उप विजेता टीमों को समाजसेवी कविन्द्र इष्टवाल, जिला पंचायत सदयस्य (चैधार) के प्रतिनिधि नरेंद्र नेगी, 
पूर्व जिला पंचायत सदयस्य मनोहर लाल पहाड़िया, जिला पंचायत सदयस्य (कोटा) सीमा सजवाण, पूर्व कनिष्ठ प्रमुख एकेस्वर ब्लॉक अनिता नेगी ने सामुहिक रूप से पुरस्कारों का वितरण किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे समाजसेवी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कविन्द्र ईष्टवाल ने कहा कि खेल की भावना हमें आपस में सहयोग करना सीखाती है। जिस तरह खेल के मैदान पर हम एक दूसरे का सहयोग करते हैं उसी तरह हमें अपने जीवन में भी सहयोग की भावना के साथ कार्य करना चाहिए। एक दूसरे की मदद करते रहने से छोटी बड़ी समस्याओं का समाधान हम अपने ही स्तर पर कर देते हैं।
कविन्द्र इष्टवाल ने कहा कि प्रदेश स्तर पर होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट में चौबट्टाखाल से एक टीम वह अपने नेतृत्व में लेकर जाएंगे। इसके लिए उन्होंने सभी युवा साथियों से एक टीम के गठन के भी कहा।