बापू के चरणों में पुलवामा के शहीदों को मौन व्रत रख कर कांग्रेस ने दी श्राद्धाजंलि 

देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालों का हमेशा ऋणी रहेगा देश-धस्माना
देहरादून: 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद 42 सीआरपीएफ जवानों के पहली शहादत दिवस पर आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने एक घण्टे का मौन व्रत धारण कर शहीदों को श्राद्धाजंलि अर्पित की । मौन व्रत के पश्चात धस्माना ने श्राद्धाजंलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दिन ही पुलवामा में वो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई थी जिसमें हमारे 42 बहादुर सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे और पूरे देश में कोहराम मच गया था। उन्होंने कहा कि घटना के एक साल बाद जब हम उन बहादुरों के बलिदान की पहली बरसी मना रहे हैं तो मन इसलिए दुखी है कि केंद्र में बैठी सरकार आज एक साल बाद भी देश की जनता को यह नहीं बता पाए कि 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के उस काफिले पर हमला करने वाले 350 आरडीएक्स ले कर कैसे पहुंच गए? धस्माना ने कहा कि पुलवामा के शहीदों का नाम ले कर सत्ता में आये लोगों को पुलवामा के शहीदों के साथ न्याय करना चाहिए और वो न्याय तभी होगा जब देश को पता चलेगा कि पुलवामा में हमलावर कैसे अभेद्य काफिले तक 350 किलो आरडीएक्स किसने पहुंचाया और इस हमले में पुलवामा में तैनात तत्कालीन डिप्टी एसपी देवेंदर सिंह जो हाल ही में आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किया गया उसकी पुलवामा हमले में क्या भूमिका थी। धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड के जवान हमेशा देश के लिए कुर्बानी देने में हमेशा अग्रणी भूमिका में रहे और पुलवामा हमले में भी उत्तराखंड के जवान शहीद हुए और उसके बाद के ऑपरेशन में मेजर विभूति ढोंडियाल व मेजर चित्रेश बिष्ट ने सर्वोच्च बलिदान दिया। श्राद्धाजंलि कार्यक्रम में परनिता बडोनी , शांति रावत, पिया थापा,  मंजू तोमर, राजेश चमोली, अन्नू बिष्ट, धर्म सोनकर, विकास नेगी, ललित भद्री, मोहन काला, अभिषेक तिवाारी, सरदार जसविंदर सिंह मोठी, सईद, लाखी राम बिजल्वाण, बाला शर्मा, निहाल सिंह, आदर्श सूद,  प्रताप असवाल, देवेंदर बुटोला, घनश्याम वर्मा,विपुल नोटियाल, एससी सूरी आदि लोग उपस्थित रहे।