बयां न कोई कर सका.
वो राज है जिंदगी.
जिसे न कोई पढ सका
वो बन्द किताब है जिंदगी..
गमों का पतझड कभी
खुशियो की बहार है जिन्दगी.
थके थके से कदमों के लिए
एक आस है जिंदगी
मुश्किल से कह पाता हूँ
हमसफ़र है जिन्दगी.
मिल गयी मंजिल गर
खुशियों का दरिया है जिन्दगी
वर्ना किसी के लिए तो बस
रेगिस्तान है जिन्दगी.
सम्भल कर चले जो इसके संग
उनके लिए फ़ूल है जिंदगी
किसी दर्द ए दिल के लिए
शूल है जिंदगी.
सागर पीकर भी पूरी न हो
वो प्यास है जिन्दगी.
यूँ तो मिलती नहीं फ़िर भी
एक तलाश है जिन्दगी.
एक तलाश है जिंदगी